
क्राइम रिपोर्टर
उझानी (बदायूं)। बदायूं जिले के आलू व्यापारियों को सस्ता बीज मुहैया कराने का लालच देकर एक रिश्तेदार ने उनके अपहरण का ऐसा षड़यंत्र रचा कि दो दिन में पोल खुल गई। शिकायत अफसरों तक पहुंची तो पुलिस ने एक बदमाश को दबोचकर दोनों व्यापारियों को मुक्त करा लिया।
मामला उझानी क्षेत्र के आलू व्यापारी ओमप्रकाश पटेल और राजू सिंह से जुड़ा है। ओमप्रकाश जिरौलिया कुर्मियान और राजू रोशननगर गांव के निवासी हैं। पुलिस की जानकारी के अनुसार – ओमप्रकाश और राजू के लिए उनके हापुड़ निवासी अक्षय सिंह फोन कर अपने पास यह कहते हुए बुला लिया कि वह सस्ता बीज दिला देगा। 20 अक्तूबर को आई फोन काल के आधार पर जब दोनों हापुड़ पहुंचे तो अगले दिन उन्हें बंधक बना लिया गया। फिर अक्षय ने दोनों का अपहरण कर लिए जाने का दावा करते हुए ओमप्रकाश के बेटे को फोन कर पांच लाख रुपए की फिरौती मांगी।
अपहरण और दोनों आलू व्यापारियों को छोड़ने के एवज में पांच लाख रुपए की फिरौती की शिकायत अफसरों के संज्ञान में पहुंची तो उझानी कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक ने दूसरे दिन दबिश देकर दोनो आलू व्यापारियों को मुक्त करा लिया। बदमाशों में हापुड़ के मोनू त्यागी को गिरफ्तार कर लिया गया। मोनू ने पूछताछ के दौरान जो कुछ बताया, उसे सुन कोतवाल समेत पुलिस कर्मी भी सकते में पड़ गए। मोनू की मानें तो अपहरण में हापुड़ में तैनात सिपाही मोहित शर्मा के अलावा व्यापारियों का रिश्तेदार अक्षय, कमल भी शामिल था। पुलिस ने आरोपी सिपाही समेत फरार बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है। एसपी सिटी अमित किशोर श्रीवास्तव कहते हैं कि व्यापारी ओमप्रकाश पटेल के बेटे केतन की ओर से रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
———————-
एसओजी में तैनाती के दौरान अपराधियों के संपर्क मे आया सिपाही मोहित
– आलू व्यापारियों के अपहरण और उनके परिजनों से पांच लाख रुपए की फिरौती मांगने में सिपाही मोहित शर्मा का नाम शामिल होने के बाद लोग यह नहीं समझ पा रहे हैं कि सिपाही ऐसा भी कर सकता है। पुलिस की गिरफ्त में चढ़े मोनू त्यागी ने बताया कि सिपाही मोहित उसके गिरोह में शामिल हैं। उसी की मौजूदगी में बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया, भले ही पोल खुल गई।